निर्वासित तिब्बत सरकार को कल मिलेगा नया प्रधानमंत्री

निर्वासित तिब्बत सरकार को कल मिलेगा नया प्रधानमंत्री

धर्मशाला
निर्वासित तिब्बत सरकार (केंद्रीय तिब्बती प्रशासन) का नया प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका फैसला शुक्रवार को हो जाएगा। निर्वासित तिब्बत सरकार का चुनाव आयोग 14 मई सुबह 10 बजे अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर ऑनलाइन चुनाव परिणाम घोषित करेगा। चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त वांगडु सेरिंग ने इसकी पुष्टि की है।

14 मई सुबह 10 बजे यह साफ हो जाएगा कि निर्वासित तिब्बत सरकार का नया प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग होंगे या केलसंग दोरजे। प्रधानमंत्री पद के लिए इन दो उम्मीदवारों के बीच ही मुकाबला है। तिब्बत की कुछ वेबसाइटों के अनुसार प्रधानमंत्री पद की दौड़ में पेंपा सेरिंग आगे चल रहे हैं।

निर्वासित तिब्बत सरकार के आखिरी चरण के चुनाव परिणाम पर चीन, अमेरिका, भारत सहित दुनिया भर के कई देशों की नजर है। चुनाव परिणाम ऐसे समय में आ रहे हैं, जब अमेरिका और आस्ट्रेलिया सहित कई देश खुले तौर पर चीन पर निशाना साध रहे हैं।

नए राष्ट्रपति जो बाइडन पहले ही अमेरिका में दलाईलामा को आमंत्रित करने की बात कह चुके हैं। इस तरह निर्वासित तिब्बत सरकार के नए प्रधानमंत्री के लिए हो रहे चुनाव दुनिया भर के लिए महत्वपूर्ण बने हुए हैं।

इन देशों में हुआ था मतदान
आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, आस्ट्रिया, बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, नीदरलैंड, नार्वे, पोलैंड, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, यूके, जापान, नेपाल, अमेरिका, रूस, ताइवान सहित भारत के कई हिस्सों में तिब्बती लोगों ने नए प्रधानमंत्री के लिए मतदान किया है।

14 मई को घोषित होगा नया प्रधानमंत्री
3 जनवरी को तिब्बतियों ने निर्वासित तिब्बत सरकार के पीएम पद समेत 45 सदस्यीय निर्वासित संसद के उम्मीदवारों के लिए पहले चरण का मतदान किया था। दूसरे और आखिरी चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को हुई थी। इसके नतीजे 14 मई को घोषित होंगे। 22 दिसंबर तक दुनिया भर में कुल 79,697 मतदाताओं ने चुनाव में मतदान करने के लिए पंजीकरण किया था। इसमें से 55,683 भारत में रहते हैं। 
सेरिंग, दोरजे रह चुके हैं उच्च पदों पर
रुझानों में सबसे आगे रहने वाले पेंपा सेरिंग निर्वासित तिब्बत संसद में दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं। वह अमेरिका में बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के प्रतिनिधि पद पर भी तैनात रह चुके हैं। उन्होंने पिछली बार भी प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ा था, जिसमें वह दूसरे नंबर पर रहे थे। वह निर्वासित तिब्बत सरकार के स्पीकर भी रह चुुके हैं। केलसंग दोरजे निर्वासित तिब्बत सरकार में बड़े अधिकारी रह चुके हैं। उनको प्रधानमंत्री लोबसंग सांग्ये का खास माना जाता है।

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